Digital Marketing क्या है? डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाये, पूरी जानकारी

Digital Marketing Kya Hai

नमस्ते दोस्तों! आपने डिजिटल मार्केटिंग के बारे में तो सुना ही होगा। क्या आप जानते है कि Digital Marketing kya hai अगर नहीं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये है, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing in hindi) से संबंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जो कि आपके लिए बेहद सहायक होगी।

हम आपको बताएंगे कि Digital Marketing क्या है, Digital Marketing क्यों आवश्यक है, Digital Marketing ke parkar, इसके फायदे और नुकसान क्या है आदि सारी आपको यहां मिलेगी इसलिये आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पूरा पढ़ें। 

दोस्तों जेसा कि आप जानते है, आज के ज़माने में छोटे से लेकर बड़ा सभी काम डिजिटल तरीके से करे जाते है, जो कि बेहद फायदेमंद होता है। इसी प्रकार हम डिजिटल तकनीक से मार्केटिंग भी कर सकते हैं। आजकल हर कोई अपना काम डिजिटल तरीके से करना चाहता है। हर व्यवसाय के लोग अपने व्यवसाय के क्षेत्र को डिजिटल तकनीक के जरिये बढ़ा रहे है।

डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से हम कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र बहुत बड़ा है, इसमें बहुत सारी चीजें होती है। इतनी सारी चीजों के बारे में एक साथ लिखना सम्भव नहीं हैं और ना ही आप इन सबको एक साथ समझ सकते हैं। लेकिन कुछ चीजें हैं, जो डिजिटल मार्केटिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।

अनुक्रम

Digital Marketing क्या है (What is Digital Marketing in Hindi)

Digital Marketing दो शब्दों से जुड़कर बना है, पहला Digital और दूसरा Marketing. जब हम अपनी वस्तु एवं सेवाओं की डिजिटल तरीके से डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके मार्केटिंग करना ही डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है। डिजिटल मार्केटिंग को Online Marketing भी कहा जाता है, क्योंकि यह ऑनलाइन अर्थात्‌ इन्टरनेट के माध्यम से की जाने वाली मार्केटिंग है, इसलिए कई लोग तो Internet Marketing भी कहते है। इस प्रकार इसके E-Marketing, Web Marketing, Internet Marketing, Online Marketing तथा Internet Advertisemant कई नाम प्रचलित हैं। 

Online Marketing, Offline Marketing जिसे Traditional Marketing कहा जाता है, से बहुत अलग है। ऑनलाइन / ट्रेडिशनल मार्केटिंग में पोस्टर,बैनर, होर्डिंग्स, न्यूज पेपर, आदि के द्वारा मार्केटिंग की जाती है, जबकि Digital Marketing करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे कि youtube, facebook, instagram, linkedin, massages अथवा emails आदि के द्वारा की जाती है। डिजिटल मार्केटिंग ट्रेडिशनल मार्केटिंग कि तुलना में बहुत अलग है, digital marketing में व्यक्ति एक जगह से ही कहीं भी अपनी वस्तु या सेवाओं को प्रमोट कर सकता है।

यह कई प्रकार से की जाती है, इसमें social media marketing, instragram marketing, facebook marketing, seo, affiliate marketing, apps marketing, email marketing आदि शामिल है, और धीरे-धीरे इसका आकार बढ़ता ही जा रहा है। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से हम कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं और अपने कस्टमर को टार्गेट कर अपनी वेबसाइट या बिजनेस की रैंकिंग बड़ा सकते हैं।

कंपनियों के ईमेल आना, फोन पर कंपनी वालों के प्रमोशनल मैसेज या कॉल आना, गूगल में कुछ सर्च करने पर सबसे ऊपर विज्ञापन  दिखाई देना, सोशल मीडिया जैसे facebook, Instagram पर विज्ञापन आना, यूट्यूब पर विज्ञापन आना, किसी वेबसाइट या ब्लॉग को विजिट करने पर विज्ञापन दिखना आदि डिजिटल मार्केटिंग के उदाहरण है। 

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार क्या है (Types of Digital Marketing in Hindi)

Digital marketing मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। 

  1. Online Digital Marketing
  2. Offline Digital Marketing

हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीकों से डिजिटल मार्केटिंग करने के भी बहुत सारे तरीके है, तो आइये एक-एक करके जानते हैं, कि ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग और ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग किस प्रकार की जाती है। 

1. Online Digital Marketing

यह इन्टरनेट के माध्यम से डिजिटल उपकरणों की सहायता से की जाती है, इसमें इन्टरनेट महत्वपूर्ण माध्यम है, बिना इंटरनेट के ऑनलाइन मार्केटिंग करना असम्भव है। आइये जानते हैं, कि इन माध्यमों के द्वारा ऑनलाइन मार्केटिंग केसे की जा सकती है।

A . Search Engine Optimization (SEO)

सर्च इंजन ओप्टमाईजेशन (SEO) डिजिटल मार्केटिंग की एक फ्री, आर्गेनिक ऐडिटोरियल और नेचुरल टैक्निक है, जिसके जरिए हम अपने कस्टमर को टार्गेट कर सकते हैं। यह एक ऐसा process है जिसकी मदद से website को optimize किया जाता है जिससे की ये अच्छा और बेहतर rank हो ताकि वेबसाइट पर Organic Traffic लाया जा सके। SEO मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है।

On-Page SEO

Website design, keywords optimization, content optimization, image optimization, meta tags, sitemap आदि ऑन पेज एसईओ के अन्तर्गत ही आते हैं।

Off Page SEO

जब किसी अन्य वेबसाइट के जरिए अपनी वेबसाइट का SEO कर उसे गूगल या अन्य सर्च इंजन वेबसाइट की रैंकिंग को बेहतर करना ही Off Page SEO कहा जाता है। Guest post, link building image submission आदि ऑफ पेज एसईओ के ही उदाहरण है।

B. Search Engine Marketing 

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) गूगल एड्स (Google ads) से संबंधित है। Paid search advertising का एक माध्यम है। अगर आप Google के जरिये अपनी बिजनेस, वेबसाइट या ब्लॉग का  advertisement करना चाहते हैं, तो आप इस माध्यम का उपयोग कर अपनी बिजनेस, वेबसाइट या ब्लॉग पर काफी अच्छा ट्रैफिक ला  सकते हैं। इसके लिए आपको गूगल को कुछ निश्चित राशि का भुगतान करना होता है। 

गूगल इन ads को सबसे ऊपर दिखाता है और इस तरह आपकी आप अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकते हैं।सर्च इंजन मार्केटिंग के अन्तर्गत हम ad campaigns रन कर सकते हैं, इसके लिए गूगल द्वारा कई मेथड उपलब्ध कराये गये हैं। इनमें पे पर क्लिक (PPC) बेहद पॉपुलर मेथड माना जाता है। इसलिए सर्च इंजन मार्केटिंग को pay per click (PPC) के नाम से भी जाना जाता है। 

इसके लिए Google adwords सबसे ज्यादा पॉपुलर है। इसके अलावा बिंग, याहू आदि कई प्लैटफॉर्म है, जिनके जरिए आप सर्च इंजन मार्केटिंग कर सकते हैं। यदि आप कोई ऑनलाइन बिजनेस करते हैं, तो आपके बिजनेस को बढ़ाने के लिए यह एक बेहतरीन माध्यम सिद्ध होगा।

C. Social Media Marketing

सोशल मीडिया मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक मुख्य भाग है। जब किसी social media platform के द्वारा advertisement करा जाता है, तो उसे सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM) कहा जाता हैं। आज कई सारे ऐसे प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से आप Social Media Marketing (SMM) कर सकते हैं।

आज के समय में करोडों लोग सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, इसीलिए सोशल मीडिया एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है, जिसके द्वारा हर प्रकार की डिजिटल मार्केटिंग की जा सकती है। जिनके माध्यम से आप paid campaign भी रन कर सकते हैं और यदि आप इन्वेस्टमेंट करने में सक्षम नहीं है, तो बिना किसी इन्वेस्टमेंट के भी अपने प्रॉडक्ट की अच्छी खासी मार्केटिंग कर सकते हैं। आइए देखते हैं, सोशल मीडिया मार्केटिंग के लिए उपलब्ध कुछ चर्चित प्लेटफॉर्म और उनके माध्यम से की जाने वाली मार्केटिंग के बारे में। 

D. Instagram Marketing

इंस्ट्राग्राम आजकल बहुत ज्यादा ट्रेडिंग में है, बड़ी संख्या में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। यही कारण है, कि इंस्ट्राग्राम मार्केटिंग (Instragram Marketing) का क्षेत्र बड़ी ही तेजी से बढ़ रहा है। करोडों लोग आज इंस्ट्राग्राम पर ऐक्टिव हैं, यहाँ आप अपने कस्टमर्स को टार्गेट कर अपने प्रॉडक्ट की मार्केटिंग कर अपन सेल बढ़ा कर काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

E. Facebook Marketing 

Facebook के द्वारा किसी वस्तु अथवा सेवाओं को प्रमोट करना फेसबुक मार्केटिंग कहलाता है। फेसबुक पर आप अपने रिलेटेड बिजनेस का पेज बनाकर उसके द्वारा अपने बिजनेस को प्रमोट कर सकते हैं। इस पेज के द्वारा आप फेसबुक पर campaign run कर सकते हैं, इसके अलावा आप Facebook ads के द्वारा अपनी वस्तु और सेवाओं की मार्केटिंग कर सकते हैं। यह विज्ञापन paid होते हैं।

F. Twitter Marketing 

ट्विटर भी एक बेहद ट्रेडिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, ट्विटर के माध्यम से की जाने वाली मार्केटिंग ट्विटर मार्केटिंग कहलाती है। यह उसी प्रकार की जाती है, जेसे कि इंस्ट्राग्राम मार्केटिंग।

G. LinkedIn Marketing 

LinkedIn अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से थोड़ा हटकर है। इसका यूज मुख्य रूप से प्रोफेशनल लोगों के द्वारा किया जाता है। यहाँ आप अपनी वस्तुओं और सेवाओं का advertiment कर सकते हैं।

H. Email Marketing

ईमेल के माध्यम से मार्केटिंग करना ईमेल मार्केटिंग कहलाता है। इसमें लोगों को मेल के माध्यम से अपनी वस्तुओं और सेवाओं से परिचित कराया जाता है। ईमेल मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण भाग है। इसमें एक साथ कई लोगों को मेल सेंड किए जाते हैं।

साथ ही उस मेल में एक एक्शन बटन होता है, जो कस्टमर को आगे की प्रॉसेस करने के लिए लिए दिया जाता है। ईमेल बेहद ही अच्छा तरीका है, जिससे आप अपने coustmers/audiences से जुड़े रह सकते हैं। हर प्रकार के व्यवसाय की सफलता में ईमेल मार्केटिंग बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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I. Youtube Marketing

यूट्यूब के माध्यम से किसी वस्तु अथवा सेवाओं की मार्केटिंग करना यूट्यूब मार्केटिंग कहलाता है। Youtube marketing बेहद ही प्रचलित और लोकप्रिय है। youtube पर मुख्य रूप से वीडियो मार्केटिंग ही की जाती है, इसलिए कई लोग इसे वीडियो मार्केटिंग के नाम से भी जानते हैं। लगभग सभी बड़ी कंपनियां अपने उत्पादों का advertisement यूट्यूब पर ही करती है।

J. Affiliate Marketing

जब आप किसी ऐसी वस्तु अथवा सेवाओं की मार्केटिंग करते हैं, जिसकी बिक्री पर आपको कुछ कमिशन प्राप्त हो, तो इस प्रकार की मार्केटिंग Affiliate Marketing कहलाती है। एफिलिट मार्केटिंग का क्षेत्र भी तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है।

K. Content Marketing

Content के माध्यम से किसी वस्तुओं अथवा सेवाओं की मार्केटिंग करना, कन्टेंट मार्केटिंग कहलाता है। इसमें कन्टेंट के रूप में कोई Blog Posts, Social Media Post, Videos, Infographics आदि हो सकते हैं। यह भी डिजिटल मार्केटिंग का एक मुख्य भाग है।

L. Apps/Website Marketing

किसी एप्प/वेबसाइट के माध्यम से मार्केटिंग की जाती है, तो इस प्रकार की मार्केटिंग को Apps/Website Marketing कहा जाता है। बड़े-बड़े ब्रांड्स के अपने एप्प और वेबसाइट होते हैं, जिनके जरिए वह अपने उत्पादों की मार्केटिंग करते हैं। उदाहरण के लिए – Amozan, Flipcart, myntraआदि।

M. Influencer Marketing

वह लोग जिनकी किसी भी सोशल मीडिया पर अच्छी फैन फाॅलोइंग होती है और जिनसे हजारों लाखों की संख्या में कई लोग प्रभावित (Influence) होते हैं, ऐसे लोगों के द्वारा किसी उत्पाद या सेवा का प्रचार करना, Influencer Marketing कहलाता है।

कई बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने ब्राण्ड को ऐसे लोगों से sponsor करवाती है, ताकि उन्हें फॉलो करने वाले लाखों लोगों तक उनके उत्पाद की पहुंच बन सके। Influencer Marketing में विज्ञापन की एक पोस्ट करने के लिए Influencers हजारों – लाखों रुपये लेते हैं जिसके जितने ज्यादा followers होते हैं, उसकी रेट उतनी ही हाई होती है। 

N. Instant Messaging Marketing

इन्स्टेन्ट मैसेजिंग मार्केटिंग का यह तरीका काफी नया है। इसमें आप अपने social media के messanger apps जैसे- फ़ेसबुक या इंस्ट्राग्राम  मेसेन्जर के द्वारा इन्स्टेन्ट मैसेजिंग मार्केटिंग कर सकते हैं। ManyChat और MobileMonkey आदि कई टूल्स के द्वारा कर सकते हैं।

2. Offline Digital Marketing

ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग वह मार्केटिंग होती हैं, जो कि डिजिटल उपकरणों के द्वारा तरीके से तो करी जाती है, पर इसमें इन्टरनेट की आवश्यकता नहीं होती है। Offline marketing ऑनलाइन मार्केटिंग की तुलना में थोड़ी कम की जाती है। इसके माध्यम से हम उतने ज्यादा लोगों से तो नहीं जुड़ सकते जितने ज्यादा लोगों से ऑनलाइन मार्केटिंग द्वारा जुड़ा जा सकता है।

कई प्रकार की ऑफलाइन मार्केटिंग में तो आप अपने दर्शकों को टार्गेट भी नहीं कर सकते, और ना ही उसके परिणामों का आकलन आकडों में कर सकते हैं। आइए जानते हैं, कि ऑफलाइन मार्केटिंग कितने प्रकार से की जा सकती है। 

A. SMS Marketing

SMS Marketing में text massage के द्वारा उत्पादों और सेवाओं का विज्ञापन करा जाता है। आपके फोन पर आने वाले SMS विज्ञापन इसी मार्केटिंग में आते है। ऑफलाइन मार्केटिंग में कई लोग यही तरीका अपनाते है।

B. Phone Call Marketing

फोन कॉल मार्केटिंग में विज्ञापनकर्ता द्वारा फोन कॉल करके उत्पादों और सेवाओं की मार्केटिंग की जाती है। आपको आने वाले मार्केटिंग से सम्बंधित सभी कॉल्स फोन कॉल मार्केटिंग में ही आते है। इस मार्केटिंग का उपयोग बहुत कम किया जाता है।

C. E-Billboards

अपने कई बार सडकों पर ई-बिल बोर्ड्स भी देखे होंगे। यह भी एक प्रकार की ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग है। यह थोड़ा खर्चीला है। बड़ी-बड़ी कम्पनियों द्वारा ऑफलाइन मार्केटिंग का यह तरीका अपनाया जाता है।

D. TV Marketing

टी. वी. मार्केटिंग के अन्तर्गत टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले विज्ञापन आते है। ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग का यह तरीका सबसे अधिक लोकप्रिय है। 

E. Radio Marketing

रेडियो मार्केटिंग भी एक प्रकार की ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग होती है। इसमें वस्तु और सेवा का विज्ञापन रेडियो पर दिया जाता है। 

डिजिटल मार्केटिंग क्यों आवश्यक है ?

जेसा कि आप सब जानते हैं, आजकल सभी काम डिजिटल तरीके से किये जाते हैं। छोटा बिजनेस हो या बड़ा सभी लोग अपने बिजनेस को ऑनलाइन ला रहे हैं, और जब वो अपने बिजनेस को ऑनलाइन तरीके से करेंगे तो उन्हें अपने प्रॉडक्ट्स की मार्केटिंग करने के लिए डिजिटल मार्केटर की अवश्यकता तो जरूर पड़ेगी, क्योंकि बिना मार्केटिंग के कोई भी बिजनेस करना सम्भव नहीं है।

इसलिए यह आपके करिअर के लिए एक बेहद अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। नीचे कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई है जो कि यह दर्शाती है कि किसी भी बिजनेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग कितनी आवश्यक है।

  • Digital marketing या online marketing, Offline marketing की तुलना में काफी सस्ती पड़ती है।
  • डिजिटल मार्केटिंग से के द्वारा आप अपने प्रोडक्ट को online भी बेच सकते है।
  • डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आप अपने product को आसानी से अपने target audience तक पहुँचा सकते है।
  • Digital marketing के द्वारा आप अनेकों तरीकों से अपनी service और product का promotion कर सकते है।
  • डिजिटल मार्केटिंग किसी भी कंपनी और उसके उत्पाद की Branding value बढ़ाती है।
  • साधारण मार्केटिंग की तुलना में डिजिटल मार्केटिंग से आपको बेहतर Result मिलता है। साथ ही आप इसे आकड़ों में विश्लेषण भी कर सकते है।
  • डिजिटल मार्केटिंग  एक ऐसा तरीका है जिससे आप अपने product को globally promote कर सकते है और ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ सकते है।
  • डिजिटल मार्केटिंग किसी भी product को promote करने का एक सरल और fast तरीका है। इससे आप काम समय में अधिक लोगों तक अपनी पहुँच बना सकते है।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे क्या है ?

ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तुलना में डिजिटल मार्केटिंग बेहद ही फायदेमंद है। आइए जानते हैं, कि डिजिटल मार्केटिंग करने से किसी व्यवसाय को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, जो की ट्रेडिशनल मार्केटिंग करने पर नहीं होते हैं। 

अधिक लोगों तक पहुंच

डिजिटल मार्केटिंग के जरिये अधिक से अधिक लोगों तक अपने उत्पादों को promote किया जा सकता है। ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तरह इसका क्षेत्र सीमित नहीं होता। 

कस्टमर टार्गेट करना आसान

कस्टमर को टार्गेट कर अपने उत्पादों को promote कर सकते हैं। सामान्य भाषा में कहें तो आप केवल अपने सम्भावित ग्राहकों को लिये अपने उत्पादों का advertisement कर सकते हैं। इससे आप सिर्फ उन्हीं लोगों को आपके उत्पाद या सेवाओं का विज्ञापन कर सकते हैं, जिन्हें इनकी आवश्यकता होगी। 

असीमित क्षेत्र

डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र असीमित होता है, इसमें अत्यधिक दूरी वाले ग्राहकों से भी संपर्क बनाना बेहद आसान है। इसके द्वारा हम मिलों दूर बेठे अन्य देशों के लोगों तक भी अपने उत्पाद की पहुंच बना सकते हैं। छोटे से छोटा व्यवसाय चलाने वाले व्यवसायी भी किसी अन्य देश में आसानी से अपने ग्राहक तक पहुंच बना सकते हैं। 

ग्राहकों से जुड़ाव

डिजिटल मार्केटिंग में ग्राहकों से जुड़ना बेहद आसान होता है, यहीं नहीं बल्कि उसने उत्पाद या सेवाओं के बारे में सलाह भी ली जा सकती हैं, जो कि लोगों में ब्रांड के प्रति विश्वास को बढ़ाता है। 

ग्राहकों का उत्पाद के प्रति review पता करना

डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा उत्पाद के प्रति ग्राहकों का review भी आसानी से पता लगाया जा सकता है और उसकी कमियों का पता लगाकर  उन्हें सुधारा जा सकता है। 

तुरन्त परिणामों की गणना

डिजिटल मार्केटिंग में परिणामों का तुरन्त पता लगाया जा सकता है।  

आकड़ों में गणना

डिजिटल मार्केटिंग में हर परिणाम की गणना आकड़ों में कई कर सकते है, परंतु ट्रेडिशनल मार्केटिंग में ऐसा करना असम्भव है। ऐसे कई टूल्स है, जिनके माध्यम से हम पता लगा सकते हैं, कि कहाँ – कहाँ के और कितने लोगों ने हमारा विज्ञापन देखा आदि सभी परिणामों की गणना आकडों में की जा सकती है। 

समय की बचत

डिजिटल मार्केटिंग में ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तुलना में कम समय लगता है। 

सस्ता और किफायती

डिजिटल मार्केटिंग ट्रेडिशनल मार्केटिंग के मुकाबले सस्ता और किफायती तरीका है। छोटे से छोटा व्यवसाय भी आसानी से अपने उत्पादों और सेवाओं की डिजिटल मार्केटिंग कर सकता है, जबकि ट्रेडिशनल मार्केटिंग में यह संभव नहीं है। 

समय के साथ नीतियों में सुधार

डिजिटल मार्केटिंग में हम समय और जरूरत के अनुसार जब चाहें नीतियों में आसानी से परिवर्तन कर सकते हैं, जबकि ट्रेडिशनल मार्केटिंग में ऐसा करना संभव नहीं। 

ब्रांड की विश्वसनीयता

डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा लोगों में ब्रांड के प्रति विश्वास बढ़ता है और ब्राण्ड की वैल्यू भी बढ़ती है। 

सरल एवं सुविधाजनक

यह मार्केटिंग करने का सरल एवं सुविधाजनक तरीका है।

डिजिटल मार्केटिंग की कमियाँ और चुनौतियाँ क्या है ?

जेसा कि आप जानते हर चीज के दो पहलू होते हैं एक अच्छा और दूसरा बुरा। इसी तरह एक तरफ जहां डिजिटल मार्केटिंग के अनेक फायदे हैं, वही इसकी कुछ कमियाँ और चुनौतियाँ भी है, जेसे कि

  • डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र असीमित है। आप इसके द्वारा दुनियाभर के लोगों से जुड़ सकते हैं, तो दुनियाभर के अन्य लोग जो भी आपके प्रतिस्पर्धी हैं, वह भी यहां उपस्थित रहते हैं, अर्थात इसमें भारी प्रतिस्पर्धा रहती है।
  • यदि आप डिजिटल विपणन उद्देश्यों के लिए ग्राहक डेटा एकत्र करते हैं, तो उनकी गोपनीयता और डेटा सुरक्षा से संबंधित नियमों का पालन करने का ध्यान रखना आपकी जिम्मेदारी है। क्योंकि यहाँ सभी काम डिजिटल तरीके से होते हैं, तो हैकिंग का खतरा भी रहता है, अर्थात अपने बिजनेस की सिक्युरिटी और प्राइवसी को बनाये रखना एक बड़ी चुनौती होती है।
  • यह पूरी तरह टेक्नोलॉजी पर depend रहती है। Technical problem होने पर काम करना सम्भव नहीं। 
  • डिजिटल मार्केटिंग में यदि आपके ब्रांड के प्रति कोई भी नकारात्मक प्रतिक्रिया या आलोचना होती है, तो यह आपके ब्राण्ड की वैल्यू को गिरा सकती है।

लेकिन डिजिटल मार्केटिंग के फायदे उससे होने वाले नुकसान की तुलना में बहुत कम है और यदि सही प्रकार से प्लानिंग करके डिजिटल मार्केटिंग की जाए तो इन चुनौतियों और नुकसानों से बचा जा सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसा है ?

डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र तीव्र गति से बढ़ रहा है। आज के डिजिटल युग में हर कोई अपने व्यवसाय को ऑनलाइन लाना चाहता है। इसके लिए उन्हें डिजिटल मार्केटर की आवश्यकता पड़ती है। यदि इस समय आप डिजिटल मार्केटिंग सीख लेते हैं, तो कुछ समय में आप एक अच्छे डिजिटल मार्केटर बन सकते हैं। 

डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र काफी बड़ा है, आप इसकी कोई भी एक स्किल को सीखकर उसमें अपना करियर बना सकते हैं। यदि आप किसी अच्छी संस्था से डिजिटल मार्केटर का कोर्स कर लेते हैं, तो आप किसी बड़ी कंपनी में भी डिजिटल मार्केटर के रूप में सर्च इंजन एक्सपर्ट, डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, सोशल मीडिया मैनेजर, ब्लॉग़ मैनेजर, ब्लॉग राइटर, कंटेट राइटर जेसी कई पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। जिनका मासिक वेतन 20,000 से 1 लाख या उससे भी अधिक हो सकता है।

अगर आप खुद का बिजनेस करना चाहते हैं, तो भी डिजिटल मार्केटिंग आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसे सीखकर आप अपनी खुद की डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी शुरू कर सकते हैं, फ्रीलैंसिंग वर्क कर सकते हैं, कंसल्टेंस सेवा दें सकते हैं। आप खुद का ब्लॉग बनाकर ब्लॉगिंग शुरु करके गूगल एडसेंस से या एफिलिएट मार्केटिंग करके भी पैसा कमा सकते है।

इनके अलावा यदि आप इसका अच्छा एक्सपीरियंस रखते हैं, तो डिजिटल मार्केटिंग की बुक पब्लिश कर सकते हैं या अपना खुद का कोई ई-कोर्स या ऑफलाइन तरीके से अथवा ऑनलाइन माध्यम के द्वारा भी लोगों को कोचिंग देकर भी इस फील्ड में अपना भविष्य बना सकते हैं। जेसे कि यूट्यूब चैनल बनाकर या अन्य किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को डिजिटल मार्केटिंग सिखाना।

डिजिटल मार्केटर के क्या-क्या काम होते हैं?

एक डिजिटल मार्केटर का काम डिजिटल मार्केटिंग करना होता है। वह अपने क्लाइंट के उत्पादों की डिजिटलतरीके से मार्केटिंग करता है, ताकि उनकी सेल को बढ़ाया जा सके। डिजिटल मार्केटिंग का क्षेत्र बहुत बड़ा है , डिजिटल मार्केटिंग के अन्तर्गत बहुत सी चीजें आती है, जेसे कि – वेबसाइट को सर्च इंजन पर रैंक कराना, SEO करना, Social Media Marketing करना, Content Marketing करना, Video Marketing करना, Affiliate Marketing करना आदि सभी काम डिजिटल मार्केटर के द्वारा ही किये जाते है।

डिजिटल मार्केटर कैसे बने ?

एक प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटर बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से digital marketing course करके डिजिटल मार्केटिंग की शिक्षा प्राप्त करनी होगी। इस प्रकार आप एक प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटर बनकर लाखों तक की सैलरी वाली जॉब भी पा सकते हैं।लेकिन यदि आप  किसी संस्था से कोर्स नहीं करना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन माध्यमों से भी डिजिटल मार्केटिंग सीख सकते हैं।

यह आवश्यक नहीं है, कि डिजिटल मार्केटर बनने के लिए आपको किसी सर्टिफिकेट या डिग्री की आवश्यकता हो। एक अच्छा डिजिटल मार्केटर बनने के लिए आपको बस डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान होना चाहिए। SEO, SMM, Content writing, Blogging आदि काम करके आप आसानी से एक डिजिटल मार्केटर बन सकते हैं और अपनी खुद की एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी भी स्टार्ट कर सकते हैं। 

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें ?

 आज कई ऐसे institute है, जो डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स कराते हैं, तो आप अपने आसपास के किसी भी अच्छे इंस्टिट्यूट से यह कोर्स कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि वहाँ आपको डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित सभी चीजों के बारे में शिक्षा दी जाए। जहाँ तक सम्भव हो अच्छे से अच्छे इंस्टीट्यूट से यह कोर्स करें। 

इंस्टीट्यूट के अलावा कई ऐसे ऑनलाइन माध्यम है, जिनके द्वारा आप Digital Marketing Course कर सकते हैं। आप चाहें तो paid माध्यम के द्वारा भी डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स कर सकते हैं और यदि आप फ्री में डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं, तो कई वेबसाइट्स ऐसी भी है, जिनके माध्यम से आप फ्री में डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कर सकते हैं और फ्री में सर्टिफिकेट भी ले सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित कुछ प्रमुख शब्द और उनकी फुल फॉर्म

यदि आप डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं तो डिजिटल मार्केटिंग से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शब्द है जो इसमें बार-बार काम में आते है। यदि आप इनके बारे में जान लेते है तो यह आपके बेहद काम आते है और साथ ही आपको डिजिटल मार्केटिंग सिखने में भी सहायता मिलती है। आइये जानते है डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में।

SEO

SEO की फुल फॉर्म सर्च इंजन ओप्टमाईजेशन (Search Engine Optimization) होती है। किसी वेबसाइट को किसी सर्च इंजन पर रैंक कराने के लिए करे जाने वाले काम को एसीईओ (SEO) करना कहते है। keyword research, content writing, backlinks building, आदि सभी चीजें इसी के अन्तर्गत आती हैं।

PPC 

PPC की फुल फॉर्म पे पर क्लिक (Pay Per Click) होती है। जब आप किसी के जरिये अपनी वेबसाइट का  या उत्पादों का advertisement कराते हैं, तो उस एड पर क्लिक होने पर आपको जो भुगतान पब्लिशर को करना होता है, वह राशि pay per click (PPC) कहलाती है, इस प्रक्रिया को ही PPC method बोला जाता है। जैसे यदि आप गूगल एड्स के माध्यम से अपनी वेबसाइट का advertisement कराते हैं या कोई Campaign रन करते हैं, तो Google को आप PPC method के जरिये भुगतान कर सकते हैं।

CPC

CPC की फुल फॉर्म कॉस्ट पर क्लिक (Cost Per Click) होती है। जिसे एड पब्लिश करवाने वाली कंपनियां जिसे PPC कहती है, एड पब्लिश करने वाले publishers उसी मेथड को Cost Per Click (CPC) कहते हैं।

CTR

CTR की फुल फॉर्म क्लिक थ्रो रेट (Click Through Rate) होती है। किसी एड को देखने वाले कुल लोगों में से जितने लोग उस एड पर क्लिक करते हैं, उसे सीटीआर कहा जाता है।

Sponsorship

जब आप किसी ब्लॉगर या यूट्यूबर के माध्यम से अपने बिजनेस की मार्केटिंग करवाते हैं, तो इसे स्पॉन्सरशिप कहा जाता है। इसके लिए आपको उस व्यक्ति को कुछ भुगतान करना होता है। जो व्यक्ति आपके बिजनेस को स्पॉन्सर करता है, उसे influencer कहा जाता है।

Keyword

किसी content के टॉपिक को डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में कीवर्ड (Keyword) कहा जाता है। keyword research SEO का ही पार्ट है।

Bounce Rate

वेबसाइट पर आने वाले कुल प्रतिशत लोगों में से जितने प्रतिशत लोग थोड़े टाइम रुके बिना बस कुछ समय में ही वेबसाइट से बाहर चले जाते हैं, तो वह प्रतिशत आपकी वेबसाइट का Bounce Rate कहलाता है।

उदाहरण के लिए जेसे आपकी वेबसाइट को कुल 100 लोग विजिट करते हैं और इनमें से 40 लोग बस कुछ समय में ही वेबसाइट को छोडकर चले जाते हैं तो आपकी वेबसाइट का बाउन्स रेट 40% होगा।

Organic Results

किसी सर्च इंजन पर दिखाई देने वाले वह रिजल्ट्स जिनके आगे Ad लिखा नहीं होता वह Organic Results कहलाते हैं। यह वह results होते हैं, जो अपनी की अपने contents, services और ratings को improve करके बिना कोई भुगतान करे, किसी सर्च इंजन पर रैंक होते हैं। यह बिल्कुल फ्री होते हैं।

वह रिजल्ट्स जिनको रैंक कराने के लिए सर्च इंजन को भुगतान (payment) किया जाता है, paid results कहलाते हैं। यह सर्च इंजन पर एड के रूप में सबसे ऊपर शो होते हैं। उदाहरण गूगल पर सबसे ऊपर या साइड में दिखाई देने वाले वह results जिनके आगे Ad लिखा होता है।

Home Page

जब आप किसी वेबसाइट को ओपन करते हैं, तो आपके सामने जो पेज ओपन होता है, वह पेज होम पेज (Home Page) कहलाता है।

Landing Page

यदि आप किसी वेबसाइट के होम पेज से revalent अन्य किसी पेज पर जाते हैं, तो आप जिस पेज पर लैंड करते हैं या आपके सामने जो पेज ओपन होता है, वह लैंडिंग पेज (Landing Page) कहलाता है। सरल शब्दों में कहें तो किसी वेबसाइट के होम पेज (Home Page) के अलावा उसके अन्य सभी पेज को Landing page बोला जाता है।

CPA 

CPA की फुल फॉर्म प्रति अधिग्रहण लागत (Cost Per Action/Cost Per Acquisition) होती है। CPA paid marketing करने का एक बेस्ट तरीका है। यदि आप advertising करते समय Cost Per Click (CPC) का उपयोग नहीं करते हैं, तो आप CPA के माध्यम से भी Google adword पर अपना advertising campaign रन कर सकते हैं।

इसमें आपको जब यूजर advertisement पर क्लिक करके एक्शन लेता है, तभी आपको गूगल को payment करना होता है। यह action किसी भी तरह का हो सकता है जेसे साइट में sign up करना, download करना, install करना, form fill करना या अन्य कोई भी एक्शन।

CPS 

Cost Per Sale (CPS) बेहद ही प्रचलित और लोकप्रिय method है। इसके अंतर्गत आपको हर बिक्री (sale) पर निश्चित कमिशन दिया जाता है।

Digital Marketing के बारे में अन्तिम राय

तो दोस्तों इस आर्टिकल की सहायता से आपको समझ आ ही गया होगा कि Digital Marketing Kya Hota Hai जैसे कि हमने आपको पहले बताया कि इंटरनेट, कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि का उपयोग करके किसी वस्तु, वेबसाइट, एप्लीकेशन अथवा किसी भी चीज का विज्ञापन डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing in Hindi) कहलाता है।

आप डिजिटल मार्केटिंग में आप अपना करियर भी बना सकते है। अगर आप डिजिटल मार्केटिंग करना सिख लेते है तो आप बड़ी कंपनियों में अच्छी जॉब पाकर या अपनी खुद डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी बनाकर लाखों रूपये कमा सकते है।

दोस्तों डिजिटल मार्केटिंग एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। इसके बारे में एक लेख में सब कुछ बताना सम्भव नहीं है। इसलिए हमने यहां आपको डिजिटल मार्केटिंग के बारे में सभी महत्वपूर्ण सूचनाएं बता दी है। फिर भी अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो आप कमेन्ट करके पूछ सकते है। आपको हमारी यह पोस्ट Digital Marketing kya hai कैसी लगी कमेन्ट करके जरूर बताएँ और साथ ही इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।

Digital Marketing से जुड़े सवाल-जवाब

  1. Digital Marketing क्या है?

    जब किसी वस्तु एवं सेवा का डिजिटल माध्यमों या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे कि youtube, facebook, instagram, linkedin, massages अथवा emails आदि के द्वारा डिजिटल तरीके मार्केटिंग करना, डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है।

  2. Digital Marketing को अन्य किन नामों से जाना जाता है?

    Digital Marketing को Online Marketing , E-Marketing, Web Marketing, Internet Marketing और Internet Marketing जैसे नामों से भी जाना जाता है। 

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Jay Kanwar

Jay Kanwar is an professional blogger. She loves reading and learning new tech. She contributes most of the tech and informative articles on this blog.