e Check क्या है, कैसे काम करता है?

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  • Post last modified:सितम्बर 8, 2023
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e-check kya hai

क्या आप जानते हैं, e Check kya hai अगर नहीं तो आपको इसके बारे में जरूर जानना चाहिए। क्योंकि आजकल डिजिटल पेमेंट्स के जमाने में जहाँ ऑनलाइन धोखाधड़ी के बहुत से मामले सामने आते है। ई-चेक लेन-देन करने का सबसे सुविधाजनक और सुरक्षित तरीका है। यह इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर का एक साधन है।

कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे कई देशों में बहुत समय पहले से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। अब धीरे-धीरे भारत में भी लोग इसके बारे में जानने लगे हैं और इसका इस्तेमाल करने लगे हैं। व्यवसायिक और बड़े लेन-देन के अलावा छोटे-मोटे नियमित लेन-देनों जैसे कोई बिल भुगतान या अन्य खर्चों का भुगतान करने के लिए भी आप e-Check का उपयोग कर सकते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक चेक डिजिटल बैंकिंग प्रणाली का ही एक हिस्सा है। अन्य डिजिटल पैमेंट की तुलना में ई-चेक इंटरनेट पर भुगतान करने का एक सुरक्षित, तेज सुविधाजनक और किफायती तरीका है। जो लोग क्रेडिट या नकद से भुगतान नहीं करना चाहते हैं, उनके लिए इलेक्ट्रॉनिक चेक अच्छा विकल्प है।

इस आर्टिकल में आपको ई-चेक से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे e Check Full Form, ई-चेक क्या है, इसकी विशेषताएँ और लाभ दी गई है और यह भी बताया गया है कि ई चेक कैसे काम करता है। इससे आप ई-चेक की कार्यप्रणाली के बारे में अच्छी तरह से जान सकते हैं।

ई-चेक की फुल फॉर्म क्या है (e Check Full Form in Hindi)

ई-चेक की फुल फॉर्म “Electronic Check” (इलेक्ट्रॉनिक चेक) होती है।

e-Check चेक क्या हैं (What is e Check in Hindi)

ऐसे चेक जो इलेक्ट्रॉनिक रूप से लिखे और संसाधित किए जाते हैं, इलेक्ट्रॉनिक चेक (e-Check) कहलाते हैं। ई-चेक द्वारा किए जाने वाले लेन-देन में साधारण पेपर चेक द्वारा की जाने वाली भौतिक प्रक्रिया की बजाय इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क के माध्यम से धन स्थानांतरित किया जाता है। साधारण शब्दों में इंटरनेट द्वारा किये जाने वाले चेक भुगतान को ई-चेक कहते हैं।

ई-चेक, ईएफटी (EFT) के नाम से भी जाना जाता है। इसे भरने के लिए डिजिटल हस्ताक्षर, खाता संख्या, बैंक कोड, चेक संख्या और ट्रांसफर की जाने वाली राशि आदि जानकारी की आवश्यकता होती है। इसमें पारंपरिक हस्ताक्षर की जगह डिजिटल हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया जाता है।

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ई-चेक कैसे काम करते हैं?

ई-चेक भरने और इसे संसाधित करने की प्रक्रिया साधारण पेपर चेक के समान ही होती है। इसमें वही सारी जानकारी भरी जाती है, जो कि किसी साधारण चेक में भरी जाती है। इसमें प्राप्तकर्ता का नाम, भुगतान की जाने वाली राशि, दिनांक, खाता संख्या, बैंक कोड, चेक संख्या, Digital Signature आदि सभी जानकारी शामिल होती है।

ई-चेक की एक खास बात यह भी है कि ई-चेक में रूटिंग नम्बर भरने की आवश्यकता नहीं पड़ती और प्राप्तकर्ता का नाम स्वचालित रूप से शामिल हो जाता है। इसमें आपको उस व्यक्ति या कंपनी के जिसे आप भुगतान कर रहे हैं उसके नाम के बाद “Pay to the order of” लिखने की आवश्यकता नहीं होती है।

सभी जानकरी भरने के पश्चात जब इसे संसाधित किया जाता है, तो उपभोक्ता का बैंक दी गई जानकारी का सुरक्षित रूप से उपयोग करके सीधे ग्राहक के बैंक से सम्पर्क करके उसका सत्यापन करता है। फंड के सत्यापित होने जाने के बाद बैंक द्वारा ACH के माध्यम से डायरेक्ट डेबिट द्वारा राशि बताये गए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है।

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ई-चेक की विशेषताएं क्या हैं?

ई-चेक में ऐसी कई विशेषताएँ हैं, जो कि किसी अन्य पारंपरिक चेक में नहीं पाई जाती है और इसकी यही विशेषताएँ इसे साधारण चेक की तुलना में ओर बेहतर बनाती है। ई-चेक की यह विशेषताएँ निम्नलिखित हैं।

तुरन्त भुगतान

इलेक्ट्रॉनिक चेक द्वारा किए जाने वाले लेन-देन में भुगतान प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों द्वारा की जाती है। इससे आप कितनी भी बड़ी रकम का भुगतान भी तुरन्त कर सकते हैं।

स्वचालित भुगतान

ई-चेक की सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपको स्वचालित भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है। इसे आप अपने प्रत्येक माह पर एक ही समय किये जाने वाले नियमित भुगतान जैसे बिजली बिल भरना, पानी का बिल भरना, किराया देना या फिर बीमा राशि का भुगतान करना आदि के लिए तय तिथि पर स्वचालित कर सकते हैं।

ट्रैकिंग सुविधा

ई-चेक का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को बैंकों द्वारा ट्रैकिंग की सुविधा भी दी जाती है। E-banking सिस्टम के माध्यम से किसी भी ई-चेक को बड़ी ही आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। इस प्रकार ट्रेकिंग के जरिए आप बड़ी आसानी से यह पता कर सकते हैं कि किसे, कब और कितना भुगतान किया गया है।

अधिक सुरक्षित

ई-चेक में इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क के माध्यम से भुगतान किया जाता है। इससे आपकी सभी जानकारी सुरक्षित रहती है और इसके फटने, चोरी होने या फिर खोने की सम्भावना भी नहीं रहती है।

त्रुटि की सम्भावना कम

ई-चेक द्वार की जाने वाली धन हस्तान्तरण प्रक्रिया में मैन्युअल प्रोसेसिंग की जगह इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों का इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण इसमें कोई भी गलती होने की सम्भावना न के बराबर होती है।

समय की बचत

ई-चेक में तुरन्त भुगतान की सुविधा होती है। इससे भुगतान करने के लिए आपको बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होती। इससे व्यक्ति के समय और धन की बचत होती है।

धन की बचत

इलेक्ट्रॉनिक चेक द्वारा ट्रांसफर की जाने वाली राशि भौतिक चेक की तुलना में आधी कीमत पर ट्रांसफर की जाती है। इस प्रकार इससे आपके धन की भी बचत होती है।

पर्यावरण अनुकूलित

ई-चेक द्वारा भुगतान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का उपयोग किए जाने के कारण में पारंपरिक पेपर चेक की आवश्यकता नहीं होती है। एक तरह से यह कागजी चेक पर प्रतिबंध लगा देता है। इस प्रकार कागजी चेक बनाने के लिए पेड़ों की कटाई में भी कमी होती है, जो कि पर्यावरण के लिए अच्छा रहता है।

ऊपर बताई गई विशेषताओं के अनुसार आप समझ सकते हैं कि ई-चेक किस प्रकार किसी साधारण चेक की तुलना में बेहतर है। अब हम इसके फायदों के बारे में जानेंगे।

ई-चेक के फायदे क्या है?

अगर आप लेन-देन करने हेतु साधारण चेक की जगह ई-चेक का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपको कई सारे फायदे प्राप्त होते हैं। ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में नीचे बताया गया है।

  • e-Check साधारण पेपर चेक की तुलना में अधिक तेजी से संसाधित होते हैं।
  • e-Check कभी एक्सपायर नहीं होता है।
  • e-Check में चोरी होने या गुम जाने का खतरा नहीं होता।
  • इलेक्ट्रॉनिक चेक में गलती की सम्भावना नहीं रहती।
  • e-Check साधारण पेपर चेक की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं। इसमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
  • e-Check का उपयोग करते हैं तो आपको चेक बुक में चेक का स्टॉक समाप्त होने की चिंता नहीं रहती।
  • e-Check द्वारा किये गए ट्रांसफर में साधारण पेपर चेक की तुलना में आधी कीमत पर फंड ट्रांसफर किया जाता है।
  • अगर आप ई-चेक के द्वारा भुगतान करते हैं, तो ई-चेक में प्राप्तकर्ता का नाम स्वचालित रूप से शामिल हो जाता है।
  • साधारण चेक में आपको प्राप्तकर्ता का रूटिंग नम्बर भी जानना पड़ता है, लेकिन ई-चेक में यह स्वतः ही शामिल हो जाता है।
  • e-Check डिजिटली जमा किया जाता है। इसे जमा कराने के लिए आपको भौतिक रूप से बैंक जाकर लाइन में खड़े होने जैसे समस्याओं से निजात मिलती है। इस तरह इससे आपके समय की भी बचत होती है।
  • इन सभी के अलावा ई-चेक का इस्तेमाल करने से पेपर चेक के उपयोग में कमी आती है, जो कि पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है।

इस तरह एक बैंक से दूसरे बैंक में किसी धनराशि को ट्रांसफर करने के लिए किसी एक इलेक्ट्रॉनिक चेक का उपयोग करना पारंपरिक चेक की तुलना में अधिक लाभकारी साबित होता है।

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ई-चेक में कोई त्रुटि है तो क्या करें?

सामान्यतः ई-चेक में कोई भी त्रुटि होने की सम्भावना न के बराबर रहती है। अगर फिर भी आपको अपने डिजिटल लेन-देन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक चेक में कोई त्रुटि दिखाई दे तो इसके लिए आप अपने बैंक से सम्पर्क कर सकते हैं। लेकिन आपको 60 दिनों के भीतर ही अपने बैंक को इसकी सूचना देनी होगी।

यदि आप इसमें देरी करते हैं, तो आपको इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। सूचना प्राप्त होने के बाद बैंक आपके दावे की जांच के लिए 45 दिन तक का समय ले सकता है।

e-Check के बारे में अन्तिम राय

उम्मीद है अब आपको समझ आ गया होगा कि e Check kya hota hai और यह किस तरह काम करता है? साथ ही आप यह भी समझ गए होंगे कि ई-चेक का इस्तेमाल किस प्रकार के भुगतान करने के लिए किया जाता है। यदि आप भुगतान करने के लिये किसी तेज, सुरक्षित और कुशल तरीके के बारे में सोच रहें हैं, तो ई-चेक आपके लिए एक बेहतर तरीका साबित हो सकता है।

ई-चेक के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर विजिट कर सकते हैं। आपको हमारी यह पोस्ट “e Check Kya Hai” कैसी लगी, कमेन्ट करके जरुर बताए और यदि आपके मन में ई-चेक को लेकर कोई सवाल हो तो इसे भी कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट कर सकते हैं। ऐसी ही नई ओर रोचक जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए हमारे ब्लॉग Fly Hindi को फॉलो करें।

FAQ: e-Check से जुड़े सवाल-जवाब

  1. e-Check का पूरा नाम क्या है?

    e-Check का पूरा नाम “Electronic Check” होता है।

  2. क्या ई-चेक से भुगतान करना सुरक्षित है?

    ई-चेक द्वारा एक सुरक्षित नेटवर्क के जरिए फंड ट्रांसफर किया जाता है, जो कि डेटा सुरक्षा के दृष्टिकोण के हिसाब से बेहद सुरक्षित होता है। इसमें हैकिंग का भी खतरा नहीं रहता है।

  3. ई-चेक द्वारा राशि ट्रांसफर होने में कितना समय लगता है?

    सामान्यतः ई-चेक द्वारा ट्रांसफर प्रोसेस होने में 3 से 5 दिन तक का समय लगता है।

  4. ई-चेक का ट्रांसफर शुल्क क्या होता है?

    ई-चेक हेतु मर्चेंट खाते के लिए ट्रांसफर शुल्क की दरें अलग-अलग हो सकती है, जो कि उनके प्रदाता के आधार पर निर्धारित की जाती है। इसका औसतन शुल्क 0.30$ से लेकर 1.50$ के बीच हो सकता है।

  5. ई-चेक का इस्तेमाल किस प्रकार के भुगतान के लिए कर सकते है?

    व्यवसायिक और बड़े लेन-देन के अलावा कर्मचारी के वेतन भुगतान हेतु और नियमित भुगतान जैसे बिजली बिल भरना, पानी का बिल भरना, किराया देना या फिर बीमा राशि का भुगतान करना आदि के लिए ई-चेक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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Jay Kanwar

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