Gray Hat SEO क्या है, जाने Top 10 Gray Hat Seo Techniques in Hindi

Gray Hat Seo kya hai

अगर आप एक ब्लॉगर या डिजिटल मार्केटर है तो आपने ग्रे हैट एसईओ के बारे में तो अवश्य सुना होगा। क्या आप जानते है, Gray Hat SEO Kya Hai. वैसे तो ग्रे हैट का नाम बहुत कम ही सुनने में आता है, अधिकतर व्हाइट हैट एसईओ और ब्लैक हैट एसईओ का ही नाम सुनने में आता है।

कई लोग SEO की इस तकनीक इसके बारे में जानते भी नहीं। लेकिन कहीं न कहीं वह अनजाने में ग्रे हैट एसईओ टेक्निकस का इस्तेमाल कर ही लेते है। दोस्तों, ग्रे हैट एसईओ टेक्निकस white hat seo और black hat seo का मिला-जुला रूप होता है।

अगर आप इन टेक्निकस का उपयोग अपनी वेबसाइट के एसईओ करने में करते है तो इसके अन्य एसईओ टेक्निकस की तुलना में इसके द्वारा लाभ प्राप्त कर सकते है। बस आपको ग्रे हैट एसईओ टेक्निकस का उपयोग करते समय सावधानियाँ बरतनी होती है।

अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ग्रे हैट एसईओ ब्लैक हैट एसईओ में बदल सकता है। इस पोस्ट में हमने ग्रे हैट एसईओ से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है, जैसे कि ग्रे हैट एसईओ क्या है, यह क्यों आवश्यक है, इसके फायदे और नुकसान क्या है आदि।

साथ ही हमने ग्रे हैट एसईओ टेक्निकस के बारे में भी बताया है, जो आपके लिए बहुत ही हैल्पफुल साबित होगी। पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को ध्यान से पढ़े। लेकिन इन सबसे पहले हम जानेंगे कि Gray Hat SEO Kya Hota Hai.

ग्रे हैट एसईओ क्या है? (What Is Gray Hat SEO in Hindi)

Gray Hat SEO एसईओ की एक ऐसी तकनीक है, जिसमें Black Hat Seo की कुछ तकनीकों का इस तरह से इस्तेमाल करना कि वह सर्च इंजन्स के बोट्स की नजर में भी न आए और सर्च इंजन्स के एल्गोरिथम भी उस पोस्ट को आसानी से क्रॉल कर ले।

ग्रे हैट तकनीक Google के दिशानिर्देशों सख्ती से पालन नहीं करते हैं। ग्रे हैट एसईओ White Hat SEO की तुलना में कम लेकिन ब्लैक हैट एसईओ की तुलना अधिक जोखिम भरा होता है, इसका यूज करने से सर्च इंजन्स पर आपकी वेबसाइट प्रतिबंधित हो भी सकती है और नहीं भी। यह व्हाइट हैट एसईओ का अशुद्ध रूप है।

ग्रे हैट एसईओ में सर्च इंजन्स को और लोगों को समान रूप से प्राथमिकता दी जाती है। ग्रे हैट एसईओ तकनीक में ब्लैक हैट एसईओ की तरह लिंक खरीदे नहीं जाते बल्कि ब्लॉग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब आदि प्लेटफॉर्म के द्वारा लिंक हासिल जाती है।

ग्रे हैट एसईओ में कभी-कभी सर्च इंजन्स के रूल्स का उल्लंघन किया जाता है, लेकिन ब्लैक हैट हैकर की तरह ग्रे हैट एसईओ हैकर का ऐसा कोई इरादा नहीं होता। आसान शब्दों में कहा जाए तो ग्रे हैट एसईओ व्हाइट हैट एसईओ और ब्लैक हैट एसईओ तकनीकों का एक ऐसा संयोजन है, जिसका उपयोग कर आप बिना किसी नकारात्मक तकनीकों का प्रयोग करे आपनी साइट की रैंकिंग को सुधार सकते हैं।

अब जब आप यह समझ गए हैं कि ग्रे हैट एसईओ क्या होता है? आइये अब जानते है, ग्रे हैट एसईओ में कौन-कौनसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है।

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Gray Hat Seo Techniques in Hindi

Gray Hat Seo Techniques in Hindi

दोस्तों नीचे हमने कुछ ग्रे हेट एसईओ टेक्नीकस के बारे में बताया है, जो ग्रे हेट एसईओ करने के लिए काम में ली जाती है।

अन्य वेबसाइटों या ब्लॉग के साथ अपनी वेबसाइट या ब्लॉग लिंक का मैन्युअल रूप से आदान-प्रदान करना ही लिंक एक्सचेंज कहलाता है। कई लोगों का मानना है कि लिंक एक्सचेंज ब्लैक हैट एसईओ की तकनीक है। लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि लिंक एक्सचेंज असल में ग्रे हैट एसईओ की तकनीक है। यदि इसे सावधानीपूर्वक नहीं किया जाए तो यह जरूर ब्लैक हैट एसईओ में बदल सकती है और फिर इसके लिए आपको गूगल व अन्य सर्च इंजन द्वारा दंडित भी होना पड़ सकता है।

Buying Expired Domain/Domain Grabbing

Buying Expired Domain को Domain Grabbing के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रे हैट एसईओ की सबसे पॉपुलर तकनीकों में से एक है। यदि आप किसी ऐसे एक्सपायर्ड डोमेन को खरीदते हैं, जो पहले से ही पॉपुलर हो तो यह आपकी

Careful Keyword Stuffing

कीवर्ड स्टफिंग ब्लैक हैट एसईओ की एक टेक्निक है, लेकिन सावधान रहकर एक परफेक्ट तरीक़े से गई कीवर्ड स्टफिंग आपकी वेबसाइट की सर्च इंजन्स पर उच्च रैंक प्राप्त करने और उस पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाने के लिए एक अच्छा बेहतर तरीका है।

Web 2.0 ऑनलाइन की दूसरी पीढ़ी है, इसमें मुख्य रूप से गतिशील पृष्ठों का उपयोग किया जाता है, जहां यूजर्स कंटेन्ट को ओर बेहतर बनाने के लिए उसमें अपने अनुकूल बदलाव कर सकते है। Web 2.0 भी ग्रे हैट एसईओ की ही तकनीक है, इसके अंतर्गत यूजर्स Web 2.0 directories, submission sites और forums आदि का उपयोग करके कंटेन्ट को generate, tweak और edit कर सकते है।

इसके लिए विकिपीडिया पृष्ठ एक बेहतर उदाहरण है। यदि आप विकिपीडिया के किसी ऐसे पृष्ठ पर कुछ जानकारी पाते है, जो सही नहीं है। यह वेब 2.0 के अंतर्गत आता है, तो आप विकिपीडिया पृष्ठों को संपादित कर उस जानकारी को सही कर सकते है।

Start Using Social Bookmarking Sites

सोशल मीडिया साइट पर अपने किसी भी पेज, ब्लॉग या वीडियो का Link शेयर करना ही Social Bookmarking कहलाता है। सोशल बुकमार्किंग ग्रे हैट एसईओ की एक तकनीक है, जिसके जरिये आप अपनी Website के लिए अच्छी क्वालिटी के Backlink बना सकते है।

इसका यूज आपकी वेबसाइट पर अधिक traffic लाने और उसकी रैंकिंग बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन ऐसा करते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है, ताकि आपका ग्रे हैट एसईओ ब्लैक हैट एसईओ में ना बदले।

Web Directory Submission

किसी कंटेन्ट को पोस्ट करने के बाद उसे वेब डायरेक्टरी पर Submit करना, वेब डायरेक्टरी सबमिशन कहलाता है। इंटरनेट पर ऐसी कई वेब डायरेक्टरी उपलब्ध हैं जिन पर आप अपनी web directories submit कर सकते हैं और अपनी साइट के लिए एक उच्च गुणवत्ता वाला बैकलिंक प्राप्त कर सकते हैं। वेब डायरेक्टरी सबमिशन आपकी वेबसाइट की Page Rank को बढ़ाता है।

Multiple Social Media Accounts

अगर आप सामान्य रूप से किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि का यूज कर अपने कंटेन्ट को शेयर करते हैं, तो यह तो यह व्हाइट हैट एसईओ माना जाता है। लेकिन अगर आप सोशल मीडिया साइटों बहुत सारे डमी अकाउंट बनाकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं तो यह ग्रे हैट एसईओ में शामिल किया जाता है।

Build Microsites

कई ब्लॉगर्स अपनी मुख्य वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक पाने के लिए और वेबसाइट के बैकलिंक्स बनाने माइक्रोसाइट्स बनाते हैं जो कि ग्रे हैट एसईओ तकनीक के ही अंतर्गत आता है। यह आपकी वेबसाइट को SERPs पर उच्च रैंकिंग प्राप्त करने में मदद करती है लेकिन कई ब्लॉगर्स automated content plugins जनरेट करते हैं और duplicate content का उपयोग कर लेते हैं और इस छोटे से बदलाव के कारण ही यह ग्रे हैट एसईओ से ब्लैक हैट एसईओ में बदल जाता है।

Add Length to Your Content

किसी कंटेन्ट की लम्बाई भी उतना ही महत्व रखती है, जितना कि गुणवत्ता। सर्च इंजन्स लम्बे आर्टिकल्स को अधिक महत्व देते है, इसलिए जहाँ सम्भव हो 1500 से 2000 शब्दों का लेख लिखें। आप चाहें तो अपने पुराने कंटेन्ट की लम्बाई बढ़ाकर भी अपनी साइट का एसईओ कर सकते हैं और इस तरह आप अपने प्रतिस्पर्धीयों को पछाड़कर अपनी पोस्ट को SERPs पर अच्छी रैंकिंग प्राप्त कर सकते है।

Usage of PBN

Personal Blog Nnetwork (PBN) एक लोकप्रिय लिंक निर्माण की रणनीति है। गूगल के पेंगुइन अपडेट के साथ बाद अधिकांश लोगों ने पीबीएन का उपयोग करना बंद कर है। PBN एक ग्रे हैट SEO तकनीक है। लेकिन अगर आप duplicate content और irrelevant backlinks का उपयोग करते हैं तो यह ब्लैक हैट एसईओ में बदल जाती है।

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ग्रे हैट एसईओ क्यों आवश्यक है?

ग्रे हैट एसईओ को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ब्लैक हैट एसईओ और व्हाइट हैट एसईओ के बीच का एक ऐसा रास्ता है। जो आपको पूर्णतः नकारात्मक प्रयासों और उन प्रयासों से होने वाले जोखिम से दूर रखते हुए आपकी साइट की रैंकिंग में सुधार करने का एक प्रयास है।

यदि आप white hat seo techniques का उपयोग करते हैं तो इसके परिणाम प्राप्त करने में कभी-कभी आपको काफी समय लग जाता है और यदि आप black hat seo techniques का इस्तमाल करते हैं तो अभी नहीं तो कुछ समय बाद गूगल द्वारा आपको दण्डित किया जा सकता है।

ऐसे में gray hat seo ही एक ऐसा विकल्प है, जिसकी techniques का इस्तमाल कर आप कम समय में ही SERP में अच्छी रैंक प्राप्त कर सकते है, इसलिए यह SEO की एक बेहतरीन तकनीक है।

ग्रे हैट एसईओ के फायदे

SEO की किसी भी अन्य तकनीक की तुलना में ग्रे हैट एसईओ टेक्निकस अधिक फायदेमंद होती है। ग्रे हैट एसईओ से वाले फायदे निम्नलिखित है।

  • ग्रे हैट एसईओ का सबसे बड़ा फायदा है कि SERP में अच्छी रैंक प्राप्त कर सकते है।
  • ग्रे हैट एसईओ तकनीकों करने पर आपको इसके परिणाम बेहद कम समय में ही प्राप्त हो जाते है।
  • इसके अलावा ग्रे हैट एसईओ में बेहद कम जोखिम होता है।

ग्रे हैट एसईओ के नुकसान

कभी-कभी ग्रे हैट एसईओ तकनीकों का उपयोग करने से आपको कुछ नकारात्मक प्रभाव का भी सामना करना पड़ सकता है, जो कि इस प्रकार है।

  • ग्रे हैट एसईओ तकनीकों का उपयोग करने पर यदि आपका कोई प्रतिस्पर्धी या अन्य कोई यूजर सर्च इंजन्स पर आपके खिलाफ कोई रिपोर्ट कर देता है, तो ऐसी स्तिथि में आपकी वेबसाइट दंड भी भुगतना पड़ सकता है।
  • ग्रे हैट एसईओ और मार्केटिंग तकनीकों का उपयोग करने से आपके ब्रांड छवि पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

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ग्रे हैट एसईओ से जुड़े सवाल-जवाब

उम्मीद है कि अब आपको समझ आ गया होगा कि ग्रे हैट एसईओ क्या है? जैसा कि हमने बताया ग्रे हैट एसईओ की एसईओ एक ऐसी तकनीक है, जिसे ब्लॉगर्स सर्च इंजन्स के जोखिमों से दूर रहकर ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाने के लिए यूज की जाती है।

अगर आप आर्टिकल में बताई गई टेक्निकस का यूज करते है तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। अगर फिर भी आपके मन में ग्रे हैट एसईओ से सम्बन्धित कोई सवाल हो तो आप कमेन्ट करके पूछ सकते हैं।

FAQ: Gray Hat Seo से जुड़े सवाल-जवाब

  1. ग्रे हैट एसईओ क्या है?

    ग्रे हैट एसईओ, व्हाइट हैट एसईओ और ब्लैक हैट एसईओ का मिला-जुला रूप है।

  2. ग्रे हैट एसईओ में कौन-कौनसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है?

    ग्रे हैट एसईओ में Link Exchange, Web Directory Submission, PBN का उपयोग करना, माइक्रोसाइट बनाना आदि चीजें शामिल है।

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Jay Kanwar

Jay Kanwar is an professional blogger. She loves reading and learning new tech. She contributes most of the tech and informative articles on this blog.